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दाऊद का उस समय का गीत जब वह अपने पुत्र अबशालोम से दूर भागा था। 
1 हे यहोवा, मेरे कितने ही शुत्र 
मेरे विरुद्ध खड़े हो गये हैं। 
2 कितने ही मेरी चर्चाएं करते हैं, कितने ही मेरे विषय में कह रहे कि परमेश्वर इसकी रक्षा नहीं करेगा। 
3 किन्तु यहोवा, तू मेरी ढाल है। 
तू ही मेरी महिमा है। 
हे यहोवा, तू ही मेरा सिर ऊँचा करता है। 
4 मैं यहोवा को ऊँचे स्वर में पुकारुँगा। 
वह अपने पवित्र पर्वत से मुझे उत्तर देगा। 
5 मैं आराम करने को लेट सकता हूँ। मैं जानता हूँ कि मैं जाग जाऊँगा, 
क्योंकि यहोवा मुझको बचाता और मेरी रक्षा करता है। 
6 चाहे मैं सैनिकों के बीच घिर जाऊँ 
किन्तु उन शत्रुओं से भयभीत नहीं होऊँगा। 
7 हे यहोवा, जाग! 
मेरे परमेश्वर आ, मेरी रक्षा कर! 
तू बहुत शक्तिशाली है। 
यदि मेरे दुष्ट शत्रुओं के मुख पर तू प्रहार करे, तो उनके सभी दाँतों को तो उखाड़ डालेगा। 
8 यहोवा अपने लोगों की रक्षा कर सकता है। 
हे यहोवा, तेरे लोगों पर तेरी आशीष रहे। 
