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तार के वाद्यों के संगीत निर्देशक के लिये दाऊद का एक पद। 
1 हे परमेश्वर, मेरा प्रार्थना गीत सुन। 
मेरी विनती सुन। 
2 जहाँ भी मैं कितनी ही निर्बलता में होऊँ, 
मैं सहायता पाने को तुझको पुकारूँगा! 
जब मेरा मन भारी हो और बहुत दु:खी हो, 
तू मुझको बहुत ऊँचे सुरक्षित स्थान पर ले चल। 
3 तू ही मेरा शरणस्थल है! 
तू ही मेरा सुदृढ़ गढ़ है, जो मुझे मेरे शत्रुओं से बचाता है। 
4 तेरे डेरे में, मैं सदा सदा के लिए निवास करूँगा। 
मैं वहाँ छिपूँगा जहाँ तू मुझे बचा सके। 
5 हे परमेश्वर, तूने मेरी वह मन्नत सुनी है, जिसे तुझपर चढ़ाऊँगा, 
किन्तु तेरे भक्तों के पास हर वस्तु उन्हें तुझसे ही मिली है। 
6 राजा को लम्बी आयु दे। 
उसको चिरकाल तक जीने दे! 
7 उसको सदा परमेश्वर के साथ में बना रहने दे! 
तू उसकी रक्षा निज सच्चे प्रेम से कर। 
8 मैं तेरे नाम का गुण सदा गाऊँगा। 
उन बातों को करूँगा जिनके करने का वचन मैंने दिया है। 
