शब्दावली 
अ 
अब्राम इस नाम का अर्थ “पूज्य पिता” है। 
अखमीरी रोटी ख़मीर के बिना बनी रोटी। 
अविवाहित या “बाग्दत्ता” प्राचीन इस्राएल में यदि युवती का वाग्दान हो जाता था तो उसके नियमों में से कोई वैसे ही थे जैसे विवाहित स्त्री के लिये हुआ करते थे। 
अभिषेक का तेल जैतून का तेल जिसे चीजों या लोगों पर ये दिखाने के लिये उँडेला जाता था कि वे किसी विशेष कार्य का उद्देश्य के लिये चुने गये हैं। 
अपवित्र “अशुद्ध” इसका अर्थ है कि उस पशु को न तो खाया जा सकता है और न ही यहोवा को उसकी बलि दी जा सकती है। 
अशुद्ध “गन्दा” या “घिनौना।” 
अश्शूर के राजा सम्भवत: इसका अर्थ फारस का राजा दारा है। 
अर्तक्षत्र फारस का राजा लगभग ई. पू. 465-424 यह क्षयर्ष का पुत्र था। 
अहज्याह … वर्ष का था कुछ प्राचीन प्रतियों में है ‘बयालिस वर्ष का’ 2 राजा 8:26 में यह लिखा है कि अहज्याह बाईस वर्ष का था जब उसने शासन करना आरम्भ किया। 
अरुमा हिब्रू में “तोर्मा” है। यह संभवत: वह “अरुमा” नगर है जहाँ अबीमेलेक राजा के रूप में रहता था। यह संभवत: शकेम से आठ मील दक्षिण में स्थित था। 
अय्यात अर्थात खंड़हर। अपने उपवास के समय “नगर पर तुम्हारा आक्रमण।” 
अनाथों और विधवाओं वे नारियाँ है जिनके पति मर चुके हैं और अनाथ वे बच्चे है जिनके माता-पिता मर चुके हैं। प्रायः इनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं होता। 
अश्तारोत कनानी लोग समझते थे कि यह असत्य देवी लोगों को बच्चे देने योग्य बनाती है। वह उनकी प्रेम की देवी थी। 
अलामोत इस शब्द का ठीक अर्थ हम नहीं जानते। किन्तु संभवत: इसका अर्थ उच्च खिंचे तार था। 
अशेरा एक महत्वपूर्ण कनानी देवी। उस समय लोग उसे एल की पत्नी और बाल की प्रेमिका समझते थे। 
अनात यह कनानी युद्ध की देवी का नाम है। यहाँ यह नाम शमगर के पिता का या उसकी माँ का हो सकता है या ये भी हो सकता है, “महान योद्धा शमगर” या “अनात नगर का शमगर।” 
अधिकृत भार शाब्दिक पवित्र शेकेल। यह वह मानक भार था जिसका प्रयोग पवित्र तम्बू और मंदिर में तोल के लिए किया जाता था। 
अनाक विशालकाय व्यक्ति। 
अराबा सागर मृत सागर। 
अस्प एक प्रकार का विषैला साँप। 
अनाथ वे बच्चे जिनके माता-पिता मर चुके हों। 
अरारात उरर्तु नामक प्राचीन पूर्वी तुर्की का प्रदेश। 
अशेरा के स्तम्भ कनानी लोगों की पुज्या अशेरा देवी के सम्मान के लिये स्तम्भ का उपयोग होता था। 
अच्छे व्यक्ति “महत्वपूर्ण व्यक्ति” इस हिब्रू शब्द का अर्थ ऊँचे खानदान का व्यक्ति है। 
अश्कलोन पलिश्ती नगरों में से एक। 
अजाजेल या “बलि का बकरा” इस शब्द का अर्थ या इस नाम का अर्थ ज्ञात नहीं है। किन्तु इसका अभिप्रायः यह प्रतीत होता है कि यह बकरा लोगों को पापों से निस्तार का बकरा है। अरौना इसकी वर्तनी “ओर्नन” भी है। 
अश्तोरेत कनानी लोग विश्वास करते थे कि यह असत्य देवी लोगों को सन्तान देने योग्य बनायेगी। वह उनकी प्रेम-देवी थी। 
आ 
आदम इस नाम का मतलब “आदमी” या “मानवजाति” है। यह हिब्रू शब्द पृथ्वी और लाल मिट्टी की तरह है। 
आदम वह उस पुत्र का पिता बना जो उसका प्रतिरूप था और उससे मिलता जुलता था। 
आधा शेकेल अर्थात सरकारी शेकेल का आधा। इस शेकेल का तोल बीस गरस होता है। यह आधा शेकेल यहोवा के लिये भेंट है। 
आबीब का महीना या “बसन्त का महीना” यह निसन है। यह लगभग मार्च अप्रैल है। 
आशेर इस नाम का अर्थ “प्रसन्न” या “ईश्वर का कृपापात्र” है। 
इ इश्माएल हाजिरा से पैदा पुत्र। इस नाम का अर्थ “परमेश्वर सुनता है” या “परमेश्वर ध्यान देता है” है। 
इसहाक सारा से इब्राहीम का पुत्र। इस नाम का अर्थ “वह हँसता है” या “वह सुखी है” है। 
इस्साकार यह नाम इब्रानी शब्द “पुरस्कार” या “वेतन” के समान है। इस्राएल याकूब का अन्य नाम। इस नाम का अर्थ है, “वह परमेश्वर के लिए लड़ता है, याह वह परमेश्वर से लड़ता है।” 
ई 
ईतीएल और उक्काल से इसका अनुवाद इस प्रकार भी किया जा सकता है: कहा इस व्यक्ति ने, “मैं बहुत दुर्बल हूँ। किन्तु सफल में होऊँगा। 
ईकाबोद इस नाम का अर्थ “गौरवहीन” है। 
उ 
उन्मत “भबिष्यवाणी” हिब्रू शब्द के इस रूप का अर्थ कभी “बेतहाशा काम में जुटना” या “अपने ऊपर नियन्त्रण न होना” है। 
ऊरीम और तुम्मीम ये सम्भवत: पत्थर, लकड़ी या हड्डी से बने गोट की तरह थे जिसे निर्णय लेने के लिये पासे की तरह फेंका जाता था। याजक इनका इस्तेमाल, परमेश्वर का उत्तर जानने के लिये करता था। ऊरीम याजक प्रश्नों के परमेश्वर द्वारा दिए गए उत्तर को जानने के लिए ऊरीम और तुम्मीम का उपयोग करते थे। हम लोग ठीक ठीक नहीं जानते कि वे क्या थे, किन्तु संभवतः वे गोट की तरह थे। ये गोटें पत्थर, लकड़ी के टुकड़े या हडडियाँ होती थीं। जो पांसे की तरह निर्णय करने में लोगों की सहायता के लिए फेंकी जाती थीं। 
ऊँचे स्थानों परमेश्वर अथवा मिथ्या देवताओं की उपासना के स्थान। ये स्थान प्राय: पहाड़ियों और पर्वतों पर बनाये जाते थे। 
ए 
एल्पारान शायद एलथ नगर जो लाल सागर के करीब इस्राएल के दक्षिणी छोर पर है। 
एक होमेर माप वाली सूखी चीजों का तोल। यह लगभग छः बुशल। 
एश्कोल एश्कोल नाम उस हिब्रू शब्द की तरह है जिसका अर्थ “अंगूर का गुच्छा” होता है। 
एसाव एसाव नाम का अर्थ “रोयेंदार” होता है। 
एदोम एदोम नाम का अर्थ “लाल” है। 
एलूल यह समय लगभग 443 ई. पू. अगस्त-सितंबर है। 
एलनातान यहाँ एक ही नाम के तीन व्यक्तियों का उल्लेख किया गया है। 
एदोम यह प्रदेश इस्राएल के दक्षिण-पूर्व में था। 
एसेक इस नाम का अर्थ “बहस” या “लड़ाई” है। 
एदोम यहूदा के पूर्व का एक प्रदेश। 
एपोद एक विशेष चोगा (अंगरखा) जिसे याजक पहनता था। 
एलीएजेर इस नाम का अर्थ है, “मेरा परमेश्वर सहायता करता है।” 
एनहक्कोरे इसका अर्थ “उसका सोता जो पुकारता है।” 
एप्राता बेतलेहेम का दूसरा नाम। 
एदेर स्तम्भ “मिग्दल एदर।” 
एप्रैम यह नाम हिब्रू शब्द की तरह है जिसका अर्थ “दुबारा फलदायक” है। 
ऐ 
ऐ-नगर इस नगर के नाम का अर्थ “ध्वस्त” है। 
ओ 
ओझा वह व्यक्ति जो मृत-आत्माओं से बातचीत करना चाहता है। 
ओपीर एक स्थान जहाँ बहुत सोना था। आज कोई व्यक्ति नहीं जानता कि ओपीर ठीक कहाँ स्थित था। 
क 
कमोश मोआब प्रदेश का राष्ट्रीय देवता, यद्यपि मिल्कोम अम्मोनी लोगों का देवता था। 
करूब परमेश्वर के विशेष स्वर्गदूत। 
करेती या “क्रीट के लोग” ये संभवतः पलिश्ती थे। 
कई रंग या “पट्टीदार।” 
कल्किन तारकोल की तरह कोई चीज जिसे जहाज को पानी प्रवेश से सुरक्षित रखने के लिये उपयोग में लाते थे जिससे वह डूबे नहीं। 
कबूल इस नाम का तात्पर्य हिब्रू के उस शब्द से है जिसका अर्थ “व्यर्थ” है। 
काँसे एक धातु। हिब्रू शब्द का अर्थ तांबा, काँसा या पीतल से हो सकता है। 
कुण्ड वह स्थान जहाँ बलि को जलाया जाता है। 
किन्नेरेत झील गलिली झील। 
किन्नेरेत गलिली समुद्र के निकट का क्षेत्र। 
काबूल यह काबूल नगर आज के अफगानिस्तान में स्थित काबुल से भिन्न था। यह उस युग में भूमध्य सागर के तट पर बसा एक ऐसा प्रमुख नगर था, जो बीस नगरों का जिला था। 
कीशोन नदी यह नदी तबोर पर्वत से लगभग दस मील दूर बहती है। 
कोहरा ‘बादल’ ‘धुन्ध।’ 
कमोश मोआबी लोगों का देवता। 
कुवाँरी पवित्र स्त्री जिसने कभी भी यौन सम्बन्ध नहीं किया है। 
कूशी अफ्रीका का व्यक्ति। 
कूश अफ्रीका में लाल सागर के पास एक देश। 
करूब परमेश्वर के द्वारा भेजे हुए विशेष दूत। इन की मूर्तियाँ वाचा के सन्दूक के ऊपर थीं। 
कसदियों कसदियों यह दक्षिणी बाबेल का उर नगर हो सकता है, या यह हारान के पास कोई नगर हो सकता है। 
कैन यह उस हिब्रू शब्द की तरह है जिसका अर्थ बनाना या पाना है। 
कौवे एक प्रकार का बहुत काला पक्षी। 
कनान हाम का पुत्र। कनान के लोग पलिश्ती, लबानोन और सूर के समुद्र के तट के सहारे रहते थे। बाद में परमेश्वर ने यह भूमि इस्राएल के लोगों को दे दी। 
ख 
खतना पुरुष के लिंग के आगे के चमड़े को काटना। इस्राएल में यह इस बात का सबूत था कि उस आदमी ने परमेश्वर के नियमों और उपदेशों के पालन की विशेष वाचा की है। 
खोजो वे व्यक्ति जो अपनी जननेन्द्रिय को कटवा डालते हैं। राजा के महत्वपूर्ण अधिकारी प्रायः खोजा होते थे। 
खुर घोड़ों और गायों की तरह जानवरों के पैर का कठोर भाग। 
ग 
गन्दे या “घृणित, नापसन्द, उबकाई उत्पन्न करने वाला या अत्यन्त अरूचिकर जानवर। ये ऐसे जानवर थे जिसके छूने या खाने के विषय में लोगों को सोचना तक नहीं चाहिए।” 
गत यह पलिश्तियों की प्राचीन राजधानी थी। 
गेहराशीम इस नाम का अर्थ “कुशल कारीगरों की घाटी” भी है। 
गिबा गिबा यबूस से कुछ उत्तर में था। 
गिलाद गिलाद यरदन नदी के पूर्व का वह प्रदेश था जो इस्राएल के परिवारसमूहों के अधिकार में था। 
गोट डालना यह सिक्का उछालने या निर्णय के लिये पासा फेंकने जैसा है। देखे नीति. 16:33 
गरिज्जीम पर्वत यह पर्वत शकेम नगर के ठीक बगल में स्थित है। 
गिलगाल यह शब्द उस हिब्रू शब्द की तरह है जिसका अर्थ “लुढ़कते चले जाना है।” 
गुप्तचर वे व्यक्ति जो शत्रु की शक्ति और कमजोरी का पता गुप्त रूप से लगाते हैं। 
गौंद मूल में बड़ोलोक अर्थात् डेलियम। 
गेर्शोम यह नाम उन हिब्रू शब्दों के समान है जिसका अर्थ है, “वहाँ एक अजनबी।” 
गिलियाद गिलाद का दूसरा नाम। इस नाम का अर्थ सन्धि की चट्टानों का ढेर है। 
गोमेदक रत्न कीमती नग जिसमें नीली या भूरी प्रयोग कीमती सुगन्ध और इत्र बनाने में होता था। 
गोरन आताद या “आताद का खलिहान।” 
गाद इस नाम का अर्थ “भाग्यशाली अच्छा भाग्य” या “सेना” है। 
घ 
घोड़े और रथ लोग यह समझते थे कि सूर्य एक देवता है जो अपने रथ (सूर्य) को प्रतिदिन नभ के पार ले जाता है। 
च 
चमड़ा इसका उपयोग पका चमड़ा बनाने के लिए होता था। 
चर्मरोग शाब्दिक कोढ़, इसके लिए हिब्रू के मूलपाठ में जिस शब्द का प्रयोग किया गया है, वह बहुत प्रकार के भयानक चर्म रोगों का बोधक है। 
चिमटी या “काँटा” ये सुरक्षित चिमटी की तरह थे और वस्त्रों को फंसाने के लिए बटन की तरह उपयोग में आते थे। 
ज 
जबूलून यह नाम उस शब्द की तरह है जिसका अर्थ “प्रशंसा” या “प्रतिष्ठा” है। 
जबूल पद तीस में हम देखते हैं कि जबूल वह व्यक्ति था जिसे अबीमेलेक ने शकेम नगर का प्रशासक नियुक्त किया था। यही कारण है कि गाल यहाँ जबूल की आलोचना करता है। 
जांघ कदाचित यह बांयी थी जो महत्वपूर्ण अतिथियों के लिये सुरक्षित रखी जाती थी। दायीं जांघ उस याजक के लिये सुरक्षित थी जो जानवर की बलि भेंट करता था। याजक जानवर को मारने की बलि भेंट करता था। याजक जानवर को मारने में और जानवर की चर्बी को वेदी पर परमेश्वर की भेंट के रूप में चढ़ाने में सहायता करता था। 
जासूस वे लोग जो गुप्त रूप से शत्रु के देश में शत्रु की शक्ति और कमजोरी का पता लगाने जाते है। 
जिम्री जिम्री वह व्यक्ति था जिसने कोई वर्ष पहले एला और बाशा के परिवार को मार डाला था। 
जुबली हिब्रू भाषा के शब्द नर-सिंगा से आया है जो इस अवसर पर फूँक कर बजाया जाता था। 
जुगाली कुछ जानवर गाय की तरह एक से अधिक पेट वाले होते हैं। पहले पेट में भोजन निगल लिया जाता है और उसका कुछ अंश पचता है। बाद में वह भोजन जानवर के मुँह में लाया जाता है और पुनःचबाया जाता है। वह भोजन जुगाली है। 
जुबली वर्ष यहूदी इन नियमों को विशेष समय में अनुसरण करते थे। देखे लैव्य. 25 
जूफा अर्थात् कटिंजर का पौधा इसकी कोमल पत्तियों और शाखाओं का उपयोग शुद्धीकरण की प्रक्रियाओं में खून या पानी छिड़कने में किया जाता था। 
जेरह इस नाम का अर्थ “चमकीला” या चमक है। 
ढ 
ढक्कन इसे “दया पीठ” भी कहा जाता है। यहाँ इस शब्द का अलंकारिक प्रयोग किया गया है। हिब्रू शब्द का अर्थ “ढक्कन” या “पाप को क्षमा करने का स्थान” हो सकता है। 
ढेर हिब्रू में “ढेर” शब्द “गधा” शब्द की तरह है। 
त 
तपानेह इस मिस्री नाम का अर्थ शायद ‘जीवन रक्षक’ है, किन्तु यह हिब्रू शब्दों की तरह है जिनका अर्थ “ऐसा व्यक्ति जो गुप्त बातों की व्याख्या करे” है। 
तसला बेलचे की तरह का एक उपकरण। यह उपकरण वेदी से राख ले जाने के लिए था। 
तर्शीश इस्राएल से बहुत दूर, संभवतः स्पेन का एक नगर। तर्शीश अपने उन विशाल जहाजों के लिये प्रसिद्ध था जो भूमध्यसागर में चलते थे। 
तबेरा इस नाम का अर्थ जलना है। 
तहिन्ना ईर्नाहाश “तहिन्ना ईर्नाहाश नगर का संस्थापक था।” इर का अर्थ “नगर” है। 
तेलाबीब यह स्थान इस्राएल के बाहर था। हम निश्चय के साथ नहीं कह सकते कि यह कहाँ है। इस नाम का अर्थ “स्रोत-गिरि” है। 
तोपेत हिनोम की घाटी। इस घाटी में झूठे देवता मोलेक पर लोग अपने बच्चों की बलि चढ़ाया करते थे। 
थ 
थैली पक्षी के गले के भीतर की छोटी थैली। जब पक्षी खाता है तो पहले भोजन उसके इस भाग में जाता है। पेट में जाने से पहले यहाँ यह मुलायम हो जाता है। 
द 
दशमांश व्यक्ति की आय का दसवाँ भाग। यह सिक्के हो सकते है, किन्तु इसमें खेत की कटी फसल, पशु या भेड़ें भी सम्मिलित थी। 
दयापीठ साक्षीपत्र के सन्दूक का भाग। हिब्रू शब्द का अर्थ “ढक्कन” आच्छादन और “प्रायश्चित्त-स्थान” हो सकता है। 
दर्पण उस युग में काँसे को चमका कर दर्पण बनाये जाते थे। 
दर्शन स्वप्न के समान। परमेश्वर ने अपने भक्तों को अनेक दर्शन में देखने ओर सुनने की शक्ति देकर अपना सन्देश दिया। 
दाखमधु सेवक यह एक अत्यन्त महत्वपूर्ण काम हुआ करता था! वह व्यक्ति राजा के बहुत निकट माना जाता था। वह राजा की मदिरा को चख कर यह प्रमाणित करता था कि उसमें विष तो नहीं मिला है। 
दासियों ये “रखैल” वे दासियाँ जो व्यक्तियों के लिये पत्नियों के समान थीं। 
दायं दाने को भूसे से अलग करने के लिये उसे पैरों से कुचलना या पीटना। 
दागोन कनानी लोग इस असत्य देवता की आराधना इस आशा से करते थे कि यह अच्छी फसल देगा। संभवतः यह पलिश्ती लोगों के लिये सर्वाधिक महत्वपूर्ण देवता था। 
दानव लोगों अनाकी के वंशज। जो हेब्रोन में रहते थे। वे लम्बें और बलवान के रूप में प्रसिद्ध थे। देखें गिनती 13:33 लूत के वंशज लूत के पुत्र मोआब और अम्मोन थे। देखें उत्पत्ति 19:30-38 
दाखमधु निकालने के यंत्र अंगूर से रस निकालने का स्थान। कभी-कभी यह जमीन की एक बड़ी चट्टान में उथला छेद था। 
दागोन यह देवता कनानी लोगों का अन्य देवता था। संभवतः यह पलिश्ती लोगों के लिये सबसे महत्वपूर्ण देवता था। 
दान इस नाम का अर्थ “निर्णय करना” या “न्याय करना” है। 
दिव्यदर्शन की घाटी यह कदाचित यरूशलेम के पास की कोई घाटी रही होगी। 
दीपक ये छोटी तेल से भरी कटोरियाँ थी। एक बत्ती कटोरी में रखी जाती है और प्रकाश के लिए जलाई जाती है। 
दीप झारु वे छोटे प्याले के समान दीप के बुझाने के लिये थे। 
दुष्टात्मा हिब्रू भाषा के जिस शब्द का अनुवाद ‘दुष्टात्मा’ किया जाता है कुछ सन्दर्भों में ‘पाप-आत्मा’ या ‘पाप को प्रेरित करने वाली आत्मा’ के बजाय इसका अर्थ ‘कष्ट देने वाली आत्मा’ या ‘दण्ड देने वाली आत्मा’ भी हो सकता है। 
दुष्ट का दीया यह एक हिब्रू मुहावरा है जिसका अर्थ है अकाल मृत्यु। देखे निर्गमन 20:12 
देवदास शाब्दिक “कुत्ता” इसका अर्थ संभवतः ऐसा व्यक्ति था जिसे कोई व्यक्ति शारीरिक सम्बन्ध करने के लिये कुछ भुगतान करता था। 
देवदासी या देवदास वे लोग जो असत्य देवों की पूजा कनान में करते थे, स्त्री-पुरुष दोनों को ऐसा याजक बनाते थे जो असत्य देवों की पूजा में शारीरिक सम्बन्ध करने के लिये अपने शरीर को अर्पित करते थे। 
दैनिक बलि परमेश्वर को बलि के रूप में पवित्र स्थान में प्रतिदिन दो बार रखी जाने वाली भेंट। दोदानी दोदानी इसका अर्थ रादस के लोग हो सकता है। 
ध 
धूप घड़ी यह धूप घड़ी हो सकता है या कोई ऐसी प्राचीन वेधशाला हो सकती है जिसमें ऐसी सीढ़ियाँ बनी हो जिन पर बढ़ते हुए समय के साथ छाया बढ़ती जाती थी। यहाँ उस छाया को पीछे करने का अभिप्रायः है, समय के चक्र को मोड़ देना। 
धूप धूप पेड़ों का एक विशेष प्रकार का सूरवा सार जिसे सुगंधपूर्ण धुँएं के लिये जलाया जाता था। इसे परमेश्वर को भेंट के रूप में अर्पित किया जाता था। 
न 
नबी वह व्यक्ति जिसे परमेश्वर ने अपने लिये बोलने के लिये बुलाया। 
नप्ताली इस नाम का अर्थ “मेरा संघर्ष” है। 
नहुशतान यह हिब्रू उन शब्दों की तरह था जिसका अर्थ “काँसा” और “साँप” था। 
नबियों का समूह “नबियों के पुत्र” ये लोग नबी और नबी बनने के लिये अध्ययन में लगे थे। 
नवचन्द्र हिब्रू महीने का यह प्रथम दिन था। परमेश्वर की उपासना के लिये इस दिन विशेष बैठकें होती थी। 
नया चाँद का महोत्सव यहूदी महीने का पहला दिन। यह विश्राम और उपासना के लिये विशेष दिन था। लोग एक साथ मिलते थे और मेलबलि में हिस्सा लेते थे जैसा कि लैव्य. 7:16-21 में वर्णित है। 
न्याय की थैली एक प्रकार का वस्त्र जो बच्चों की गतिया (बिब) या पेशबन्द के समान था और याजक की छाती को ढकता था। 
न्यायाधीशों इस्राएल के लोगों की रक्षा के लिये परमेश्वर द्वारा भेंजे गए विशेष प्रमुख। इस्राएल में राजाओं के होने से पहले यह हुआ था। नाबाल इस नाम का अर्थ “मूर्ख” है। 
नाजीर वह व्यक्ति जिसने परमेश्वर को विशेष वचन दिया है। यह नाम हिब्रू शब्द से लिया गया है जिसका अर्थ “किसी से अलग होना” है। 
निकट सम्बन्धी ऐसा दिन कट सम्बन्धी जो रूत के साथ विवाह कर सकता था, जिससे उसको सन्तान हो इस व्यक्ति को उस परिवार की देखभाल करनी पड़ती है किन्तु उसका परिवार और उसकी सम्पत्ति उसकी नहीं होती। वे सभी रूत के मृत पति के होंगे। 
निसान के महीने अर्थात् मार्च-एप्रैल ई. पू. 443 
नीलमणि एक अर्द्ध बहुमूल्य पत्थर कई नीली या भूरी नंगों का साथ। 
नूह इस नाम का अर्थ “आराम” है। 
नेगेव यहूदा के दक्षिण का मरुस्थल। 
नेफिलिम बाद में, मूसा के काल में नेफिलिम एक प्रसिद्ध शूरवीर परिवार था। 
प 
पहलौठा प्रथम उत्पन्न बच्चा। प्राचीन काल में पहलौठा बच्चे बहुत महत्वपूर्ण होते थे। 
परमेश्वर का पहाड़ अर्थात “होरेब पहाड़” जो “सिनै का पहाड़” भी कहा जाता है। 
पवित्र रोटी यह विशेष रोटी होती थी जो पवित्र तम्बू में रखी जाती थी। इसे “दर्शनी रोटी” या “उपस्थिति की रोटी” भी कहते हैं। इसे केवल याजक ही खा सकते थे। देखें लैव्य. 24:5-9 
पवित्र तम्बू इसे “मण्डप” भी कहा जाता था। परमेश्वर से मिलने के लिए लोग इस तम्बू में जाते थे। इसे मिलापवाला तम्बू भी कहा जाता था। 
पद 12 से इस पुस्तक का मूल पाठ हिब्रू से अरामी भाषा में हो गया है। 
पद 27 इस पुस्तक का मूल पाठ अरामी भाषा से हिब्रू भाषा में हो गया है। 
पद 19 यहाँ मूल पद अरामिक भाषा में है यहाँ से आगे अब फिर हिब्रू भाषा हो गई है। 
पर्वैम यह वह स्थान था जहाँ वहुत सोना निकाला जाता था। संभवतः यह ओपीर देश में था। 
पवित्र पत्थरों कनानी लोग इन पत्थरों का उपयोग अपने देवताओं की पूजा के लिये करते थे। 
पद 4:8 यहाँ मूल भाषा हिब्रू से अरामी भाषा हो गई है। 
पदपीठ प्रायः यह कुर्सी के सामने एक छोटा पद-पीठ था, यहाँ इसका अर्थ मन्दिर है। यह ऐसा है मानों परमेश्वर राजा है और अपनी कुर्सी पर बैठा है और उसका पैर उस भवन पर है जिसे दाऊद बनाना चाहता था। 
पलिश्ती ये लोग भूमध्यसागर के दक्षिण-पूर्वी सागर तट के निकटवर्ती क्षेत्रों में रहा करते थे न कि आज जिस समूचे क्षेत्र को पलिश्तीन के नाम से जाना जाता है। 
पाँचवें महीने यह लगभग जुलाई ई. पू. 458 था। 
पुरुषगामी वे पुरुष जो अपना शरीर यौन सम्बन्ध के पाप के लिये बेचते थे। 
पूरे इस्राएल “दान से बेर्शेबा तक।” 
पूली अनाज का ढेर। 
पूर्व की पहाड़ी यह जैतून का पहाड़ है। 
पेरसुज्जा इसका अर्थ “उज्जा पर फट पड़ना” है। 
पेलेग इस नाम का अर्थ “विभाजन” है। 
पेरेस बोअज के पूर्वजों में से एक। 
पोती शाब्दिक “पुत्री।” 
प्र 
प्रथम वर्ष अर्थात ई. पू. 538 
प्रतिज्ञा परमेश्वर को विशेष वचन देना। प्रायः कोई व्यक्ति जब प्रतिज्ञा करता है, वह परमेश्वर को विशेष बलि-भेंट चढ़ाता है, जब वह कुछ समय तक कुछ विशेष कर चुकता है। 
प्रथम फल अन्न, जैसे गेहूँ और अन्य फसलें जो मई और जून में पकनी आरम्भ होती हैं। प्रथम काटी गई फसल परमेश्वर को दी जाती थी। 
प्रायश्चित का दिन इसे ‘युम किप्पुर’ भी कहा गया है। यह यहूदियों का एक अत्यन्त महत्वपूर्ण पवित्र दिन है। इस दिन महायाजक महापवित्र स्थान में जाता था और उन क्रियाओं को करता था जिससे लोगों के पापों का प्रायश्चित्त होता था। 
फ 
फसह हिब्रू शब्द का अर्थ “कूद जाना” “गुजर जाना” या “रक्षा करना” है। 
फसल कटने की दावत जिसे “फसल बटोरने की दावत” और “सुक्कार्थ” भी कहा जाता है। 
फलक वह आधार जिस पर रत्न जड़े जाते है। 
फरात दो सबसे बड़ी नदी जो बाबेल और अश्शूर के देशों से होकर बहती हैं। फफूँदी एक प्रकार की काई जो गर्मी और नमी वाली जगहों के वस्त्रों, चमड़ों या लकड़ी में उग आती है। हिब्रू शब्द का अर्थ “कोढ़” या “भयानक चर्मरोग” भी है। 
फिर मन्दिर धुएँ यह दिखाता है कि परमेश्वर मन्दिर के भीतर था। निर्गमन 40:35 
फिरौन मिस्र के राजाओं के लिए यह शब्द एक पदवी के रूप में प्रयोग में लाया जाता था। इस शब्द का अर्थ है ‘शाही घराना’ है। 
ब 
बराका हिब्रू शब्द का अर्थ ‘स्तुति का फल’ है। 
बसन्त में हिब्रू में “वर्ष के लौटने पर” है। 
बरीआ यह उस हिब्रू शब्द की तरह है जिसका अर्थ “बुरा या विपत्ति” है। 
बतशू इस नाम का अर्थ “शुआ की पुत्री” है। 
बक्कूत इस नाम का अर्थ “शोक का बांज-वृक्ष” है। 
बलि परमेश्वर को भेंट। कभी कभी यह विशेष पशु होता था जो मारा जाता था और एक चौरे या वेदी पर जलाया जाता था। 
बर्रे डंक मारने वाला एक पतंगा जो बड़ी ततैया या मधुमक्खी जैसा होता है। यह वास्तविक बर्रा हो सकता है, या इसका अर्थ यहोवा का दूत या उसकी बड़ी शक्ति हो सकता है। 
बचे लोग ऐसे लोग जो किसी ध्वंस से बच गए हों। यहाँ उन यहूदी लोगों से तात्पर्य है जो शत्रु की सेनाओं द्वारा यहूदा और इस्राएल के ध्वस्त किये जाने पर बच गये थे। 
बालाक देखें गिनती 22-24 में बालाक की कथा। 
बालबरीत इस देवता के नाम का अर्थ, “वाचा का यहोवा” है। इसे एलबरीत भी कहते हैं। 
बाल परासीम इस नाम का अर्थ, “ईश्वर फट पड़ता है।” 
बाल कनानी लोग विश्वास करते थे कि यह असत्य देवता वर्षा और आँधी लाता है। वे यह भी विश्वास करते थे कि उसने भूमि को अच्छा उपज देने वाला बनाया था। 
बाबुल अर्थात “संभ्रामित” करना। 
बाल कनानी लोग विश्वास करते थे कि यह असत्य देवता आँधी-वर्षा लाता है। वे यह भी समझते थे कि यह भूमि को अच्छी फसल देने वाली बनाता है। 
बाल परासीम हिब्रू में इस नाम का अर्थ है, “यहोवा तोड़ निकालता है।” 
बिन्यामीन इस नाम का अर्थ दायें हाथ (प्रिय) पुत्र है। 
बुझाने के पात्र ये दीपक को बुझाने के साधन थे। 
बेन हिन्नोम की घाटी बेन हिन्नोम की घाटी यरूशलेम के दक्षिण में थी। इस घाटी में बहुत से शिशु और छोटे बच्चें असत्य देवताओं को बलि चढ़ा दिये जाते थे। 
बेतमिल्लो यह देखने में शकेम नगर का एक किला था। यह नगर में ही एक किला हो सकता है या यह कहीं नगर के पास हो सकता है। 
बेतेल इस्राएल का एक नगर। इस नाम का अर्थ “परमेश्वर का घर” है। 
बेर्शेबा यहूदा में नेगव मरुभूमि का एक नगर। इस नाम का अर्थ शपथ का कुआँ है। 
बेनोनी इस नाम का अर्थ “मेरे कष्टों का पुत्र” है। 
बेतेल दान, बेतेल इस्राएल के दक्षिण भाग में यहूदा के पास एक नगर था। दान इस्राएल के उत्तर में था। 
बेल और नबो ये दो नाम दो झूठे देवताओं के हैं। 
बोकीम इस नाम का अर्थ “रोते लोग” है। 
भ 
भविष्यवाणी इसका अर्थ प्रायः “परमेश्वर के और से कहना है।” किन्तु यहाँ इसका अर्थ यह भी है कि परमेश्वर की आत्मा ने उस व्यक्ति पर नियन्त्रण किया और उसे गाने व नाचने का कारण बताया। 
भूत सिद्धक वह व्यक्ति जो दुष्ट आत्माओं का उपयोग जादू के लिए करता है। 
म 
मनुष्य इस हिब्रू शब्द का अर्थ “मानव जाति” या एक नाम “आदम” है। यह हिब्रू शब्द “पृथ्वी” या “लाल मिट्टी” जैसा है। 
मन्ना यह शब्द उस हिब्रू शब्द की तरह है जिसका अर्थ “वह क्या है?” 
मस्सा इस नाम का अर्थ “परिक्षण” “परिक्षा” और “जाँच” है। 
मरियम देखें गिनती 12:1-15 
महनेदान इस शब्द का अर्थ “दान का डेरा” है। 
मपीबोशेत शाब्दिक “तुम्हारे स्वामी का पौत्र।” 
मनुष्य के पुत्र यह प्रायः किसी व्यक्ति या मनुष्य को सम्बोधित करने का ढंग था। किन्तु यहाँ यह यहेजकेर के लिये सम्बोधन है। 
मक्खियों अर्थात मिस्र की सेनाएँ। 
मरीबा इस नाम का अर्थ “विद्रोह” है। 
महनैम इस नाम का अर्थ “दो पड़ाव” है। 
मनश्शे यह नाम उस शब्द की तरह है जिसका अर्थ भूलना है। 
मन्दिर परमेश्वर की पूजा के लिये एक विशेष इमारत। परमेश्वर ने यहूदियों को आदेश दिया था कि वे उसकी उपासना यरूशलेम के मन्दिर में करे। 
माध्यम भूत सिद्धि करने वाला कोई व्यक्ति जो अपने ऊपर किसी आत्मा का अधिकार होने देता है और उसे भविष्य में होने वाली घटानओं को कहने देता है। देखें 1 शमू. 28:7-19 
माप पंक्ति कारीगर वजन सहित एक डोरी का उपयोग पत्थर की दीवार के सिरे पर दीवार की सीध को देखने के लिए करते हैं। डोरी से बाहर पड़ने वाले भाग को काट दिया जाता है और फेंक दिया जाता है। यह परमेश्वर द्वारा शोमरोन और अहाब के राजाओं के परिवार को काट फेंकने जैसा था। 
मारा इस नाम का अर्थ “कड़वा” है। 
माकीर यह परिवारसमूह मनश्शे की जाति-संघ का भाग था। यह उनका भाग था जो यरदन नदी के पूर्व बसे थे। 
मिल्लो मिल्लो संभवतः एक ऊँचा किया हुआ मिट्टी का चबूतरा था जो यरूशलेम में मन्दिर के दक्षिण पूर्व में था। 
मिल्कोम अम्मोनी लोगों का देवता। 
मिजपा इस नाम का अर्थ “ढूँढ” या “निरीक्षण स्तम्भ” है। 
मिद्यानियों मृत सागर की लम्बी पाण्डूलिपि पट्टी चार क्यू न्यायियों एकी प्राचीनतम हिब्रू पाण्डूलिपि के न्यायियों की पुस्तक में 7-10 की कविताएँ नहीं हैं। 
मिलापवाले तम्बू पवित्र तम्बू जहाँ इस्राएली लोग परमेश्वर से मिलने गये थे। 
मीनार संभवतः यह शकेम के पास स्थान था, किन्तु वास्तव में नगर का भाग नहीं था। 
मूसा मूसा उस हिब्रू शब्द की तरह है जिसका अर्थ “खींचना” या “बाहर निकालना” है। 
मूनी कुछ प्राचीन ग्रीक अनुवादों में मूनी है। हिब्रू में मूनी, अम्मोनी है। 
मेसोपोटामिया उत्तरी सीरिया में टिगरिस व परात नदी के बीच एक प्रदेश। 
मोलेक मोलेख एक मिथ्या देवता। लोग प्रायः अपने बच्चों को मोलेक की पूजा के लिये मारते थे। 
य 
यहवे इस हिब्रू नाम का अनुवाद प्रायः “यहोवा” किया जाता है। यह नाम उस हिब्रू शब्द की तरह है जिसका अर्थ “वह है।” या “वह पदार्थी को अस्तित्व देता है।” 
यहोवा निस्सी “यहोवा मेरा ध्वज है।” 
यहोवा की महिमा परमेश्वर सन्देशवाहक के रूप में इन स्वर्गदूतों का उपयोग करता है। 
यह वैसा ही है जैसे वायु को पकड़ना इसका अनुवाद इस प्रकार भी किया जा सकता है: “यह मन को बहुत दुःखी करने वाला है।” दुःखी करने वाला, इस शब्द का अर्थ भावत्मक ललक भी हो सकता है। यहाँ ‘मन’ शब्द का अर्थ ‘वायु’ भी सम्भव है। 
यहोवा की दिव्यज्योति यहोवा के रूपों में से एक वह रूप जिसका उपयोग वह लोगों के सामने प्रकट होने पर करता है। यह एक चमकते तेज प्रकाश जैसा था। 
यशूरुन इस्राएल का दूसरा नाम। 
यरुब्बाल यह नाम उस हिब्रू शब्द की तरह है जिसका अर्थ “बाल को संघर्ष करने दो” है। उसी क्रिया का अनुवाद पद 31 में “एक का पक्ष लो” और “रक्षा करो” है। 
यरोहाम या “जेरहमील।” 
यदीद्याह इस नाम का अर्थ “प्रभु का प्रिय” है। 
यबूसी वे व्यक्ति जो इस्राएलियों द्वारा नगर पर अधिकार करने के पहले वहाँ रहते थे। “यबूस” यरूशलेम का प्राचीन नाम था। 
यहूदा इस नाम का अर्थ “वह प्रशंसित है।” 
यज्र सहादूथा अरामी शब्द जिसका अर्थ सन्धि की चट्टानों का ढेर हैं। 
याबेस यह नाम हिब्रू के उस शब्द की तरह है जिसका अर्थ “पीड़ा” होता है। 
यादगार देखें गये स्थान की याद दिलाने वाली चीजें। हिब्रू में “एक मुट्ठी धूलि” है। 
याकूब याकूब नाम हिब्रू शब्द “एड़ी” की तरह है। इसका अर्थ “अनुयायी” या “चालाक” भी है। 
याशार की पुस्तक प्राचीन अनुपलब्ध पुस्तक जिसमें इस्राएल के युद्ध वर्णित थे। 
यित्रो यित्रो को रुएल भी कहा जाता है। 
योआश या “यहोआहाश” योआश नाम का लम्बा रूप। योआब और अबीश योआब और अबीश उस असाहेल के भाई थे, जिसे अब्नेर ने मार डाला। देखें वचन 18 
यूसुफ यह नाम का अर्थ “जोड़ना” “इकट्ठा करना” या “बटोरना” है। 
र 
रखैल एक दासी स्त्री जो एक पुरुष की पत्नी के समान थी। 
रहोबोत इस नाम का अर्थ “खुली जगह” या चौराहा” है। 
राज्यकाल के छत्तीसवें वर्ष लगभग ई.पू. 879 
राज्यकाल के उनतालीस वर्ष लगभग ई.पू. 875 
रत्नजटित शाब्दिक लेप में रत्नों को जड़ना। 
रामत लही इस नाम का अर्थ “जबड़े की ऊँचाई” है। 
राल “पिच” गाढ़ा तेल जिसे द्रव बनाने के लिए गरम किया जाता है। 
रारात पूर्वी तुर्की का एक प्रदेश। 
रोग यह कोई गम्भीर चर्मरोग हो सकता है। 
रूबेन इस नाम का अर्थ “देखो एक पुत्र” है। 
रुएल रुएल को यित्रो भी कहा जाता है। 
ल 
लबादा लबादा पोशाक की तरह था। अतः लोग काम करने या लम्बी दूरी तय करने के समय निचली छोरों को अपनी टाँगों के बीच में खींच लेते थे और पेटी से दबा लेते थे। 
लहैरोई इसका अर्थ “उस जीवित रहने वाले का कुआँ जो मुझे देखता है।” 
लाल सागर शाब्दिक “सरकण्डों का सागर।” 
लिब्यातान सागर का विशाल दैत्य या प्राणी। 
लोग बचे वे लोग जो किसी आपत्ति से बच गए। यहाँ उन यहूदी लोगों से तात्पर्य है जो शत्रुओं द्वारा यहूदा और इस्राएल के नष्ट किये जाने पर बच गए थे। 
लोगों ने … महाज्वाला की संभवतः इसका तात्पर्य है कि आसा के सम्मान में लोगों ने सुगन्धित द्रव्य जलाए, किन्तु इसका अर्थ यह भी हो सकता है कि उन्होंने उसके शरीर को जलाया। 
लेवी इस नाम का अर्थ “साथ देना” “एक साथ होना” या “संम्बन्धित होना” है। 
लेवीवंशी लेवी के परिवारसमूह का एक व्यक्ति। लेवीवंशी पवित्र तम्बू में और बाद में मन्दिर में याजकों के सहायक थे। 
लेप एक प्रकार का गारा सीमेन्ट जिसे लोग दीवार को ढकने और चिकना बनाने के लिए उपयोग में लाते हैं। 
व 
वज्रप्रस्तर एक विशेष प्रकार का कठोर पत्थर जिसे प्रस्तर युग से ही मनुष्य अपने औजार बनाने के काम में लाता रहा। गिबआत हाअरलोत इस नाम का अर्थ है, “खलड़ियाँ नाम का टीला।” 
वस्त्र को फाड़ा डाला यह दिखाने की पद्धति कि वह बहुत घबरा गई थी। 
वह अच्छा … शाश्वत है संभवतः इसका अर्थ यह है कि उन्होंने उस भजन को गाया जिसे हम भजन 111-118 और भजन 136 के रूप में जानते हैं। 
वंशजों एक व्यक्ति के बच्चे और उसके सभी भविष्य के परिवार। 
विधवा वह स्त्री जिसका पति मर गया हो। 
विशेष रोटी इसे “उपस्थिति की रोटी” भी कहा जाता है। पवित्र स्थान में विशेष मेज पर यह रोटी प्रतिदिन परमेश्वर के सम्मुख रखी जाती थी। 
विशेष ढक्कन इसे दया की पीठ भी कहा गया है। यहाँ प्रयुक्त हिब्रू शब्द का अर्थ ढक्कन, ढकना अथवा वह स्थान हो सकता है जहाँ पाप क्षमा किये जाते हैं। 
विश्राम के विशेष दिन शाब्दिक “सब्त”* इसका अर्थ शनिवार हो सकता है, या इसका अर्थ विशेष पवित्र दिनों में से कोई दिन हो सकता है जिस दिन लोगों को काम न करने का आदेश दिया गया है। 
विश्राम नियम के अनुसार हर सातवें वर्ष भूमि को विश्राम का एक वर्ष मिलना चाहिये। 
विशेष प्रकार की भेंट ये प्रायः वे चीजें हैं जो युद्ध में ली जाती थीं। वे भेंट पूरी तरह प्रभु की है अतः अन्य किसी काम के लिए उनका उपयोग नहीं हो सकता। यदि युद्ध में पकड़ा गया व्यक्ति भेंट किया गया था तो वह व्यक्ति मार दिया जाता था। 
विशेष सभाएं महीनों और सालों का शुरू होने का निर्णय इस्राएली सूरज और चाँद के द्वारा करते थे और बहुत सी यहूदी छुट्टियाँ और विशेष सभाएं नये चाँद या पूर्णिमा के समय शुरु होते थे। 
विशेष फूल मेनड्रेक्स हिब्रू शब्द का अर्थ “प्रेम-पुष्प” है। 
वेदी मेज या ऊँचा स्थान जिसका इस्तेमाल बलि चढ़ाने के लिये किया जाता था। 
वेश्या ऐसी स्त्री जो शारीरिक सम्बन्ध के लिए कीमत लेती है। 
श 
शमूएल इस नाम का अर्थ “उसका नाम परमेश्वर है।” किन्तु हिब्रू में यदि आप एक वर्ण हटा दें तो यह “माँगना” शब्द की तरह या “शाऊल” नाम की तरह होगा। शमूएल में कई स्थान है जहाँ “शाऊल” नाम, शमूएल और माँगना में श्लेष के रूप में आया है। 
शपथ एक दृढ़ प्रतिज्ञा। 
शबा मरुप्रदेश के लोगों का एक समूह। वे लोगों पर आक्रमण करके उनकी धन सम्पत्ति लूट लिया करते थे। 
शपथ खाना परमेश्वर को विशेष वचन देना। आमतौर पर जो शपथ खाता है। वह परमेश्वर को विशेष बलि या भेंट कुछ समय तक कुछ विशेष काम करने के बाद चढ़ाता है। 
शमगर न्यायाधीशों में से एक था। उसका जिक्र न्यायियों 3:31 पर है। 
शास्त्रियों वे व्यक्ति जो लिखते और पुस्तकों और पत्रों की नकल करते थे। वे लोग उन्हें लिखने में इतना अधिक समय लगाते थे कि वे प्रायः इसके विशेषज्ञ हो जाते थे कि उन धर्मग्रन्थों (लिखित सामग्री) का अर्थ क्या है। 
शाप किसी के लिए बुरी बातें घटित होने की कामना करना। 
शापान अर्थात रेकवेजर यह कृन्तक जाति का जीव है तथा यह मृत सागर में हरमोन की पहाड़ी क्षेत्रों में पाया जाता है। यह खरगोश के आकार का होता है। इसका चर्म पीले या भूरे रंग का होता है। 
शित्तिम यरदन नदी के पूर्व एक नगर। 
शिलोह यरूशलेम का एक तालाब। नये ‘धर्म-नियम’ में इसी तालाब की ‘शिलोह’ नाम दिया गया है। 
शिमोन इस नाम का अर्थ “वह सुनता है।” 
शीर्ष स्तम्भ के ऊपरी सिरे के ऊपर पत्थर या लकड़ी का अलंकृत मुकुट। 
शुद्ध “स्वीकार्य” पवित्र या परमेश्वर की उपासना में काम आने योग्य। देखें लैव्य. 11:15 जिसमें शुद्ध और अशुद्ध चीजों के विषय में पुराने नियम के नियम दिये गये हैं। 
शेशबस्सर संभवतः यही जरूब्बाबेल नाम का व्यक्ति है। इस नाम का अर्थ “बाबेल में अजनबी” या “उसने बाबेल छोड़ा” संभवतः शेशबस्सर (जरूब्बाबेल) अरामी भाषा का नाम है। 
शेत यह नाम उस हिब्रू शब्द की तरह है जिसका अर्थ देना होता है। 
शेकेल यह लगभग दस पौंड चाँदी के बराबर है। 
शेशै, अहीमन, तल्मै ये तीनों व्यक्ति अनाक नामक व्यक्ति के पुत्र थे। वे दानव समझे जाते थे। देखें गिनती 13:22 
शोमिनिथ इस शब्द का ठीक अर्थ हम नहीं जानते। किन्तु संभवतः उसका अर्थ “निम्न खिंचे तार” था। 
स 
सब्त अर्थात शनिवार, यहूदियों के लिए उपासना और विश्राम का विशेष दिन। 
सलमोन संभवतः यह उस एबल पर्वत का दूसरा नाम है जो शकेम के समीप है। 
सचिव वह व्यक्ति जो पुस्तकें और पत्र लिखता और उसकी प्रतिलिपि करता था। सब्त विश्राम नियम कहता था कि हर सातवें वर्ष भूमि में खेती नहीं करनी चाहिए। देखें लैव्य. 25:1-7 
सबाम या, “शबम।” 
संरक्षकों “कष्ट से मुक्ति देने वाला।” वह व्यक्ति जो मृत व्यक्ति के सम्बन्धियों की देखभाल और रक्षा करता है। यह कभी कभी अपने गरीब सम्बन्धी को वापस खरीदकर दासता से स्वतंत्र (कष्ट से मुक्ति) कराने वाला होता है। 
संस्थापक “पिता” वह व्यक्ति जिसने नगर बसाना आरम्भ किया। 
स्मृति पत्थर आम जनता को कुछ विशेष बातों को याद दिलाने के लिये ये पत्थर लगाये जाते थे। पुराने इस्राएल में लोग अक्सर विशेष स्थानों पर झूठे परमेश्वर की पूजा करने के लिये भी पत्थर लगाते थे। 
स्मृति पाषाण वे पत्थर जो किसी विशेष घटना आदि को याद दिलाने के लिये लोग स्थापित करते थे। प्राचीन इस्राएल में लोग प्रायः असत्य देवताओं की पूजा के लिये पत्थर की स्थापना विशेष स्थान के रूप में करते थे। 
सप्ताह की दावत “पेन्तकास्ट” और “सव्योथ” भी कहा जाता है। 
स्वर्गदूत इस शब्द का अर्थ “सन्देशवाहक” होता है। कभी-कभी यह एक पुरुष होता है और कभी-कभी वह स्वर्गदूत होता है। 
सप्ताहो का पर्व इसे नये नियम में पिन्तेकुस्त कहा गया है। इसे कृषि उत्सव के नाम से भी जाना जाता है। 
सात ‘नीतिवचन’ में अथवा और भी कहीं जहाँ ‘सात’ संख्या का प्रयोग किया गया है वहाँ इसका अर्थ कोई निश्चित संख्या नहीं है, बल्कि इसका अर्थ है बहुत अधिक और इसी तरह जहाँ कहा गया है। “सात नहीं बल्कि आठ” वहाँ उसका अर्थ है अधिक से भी और अधिक। 
सात गुणा यहाँ सात गुणा से अभिप्राय है बहुत अधिक या कई कई बार। 
साक्षीपत्र या “प्रमाण” समतल पत्थर जिस में यह दस आदेश लिखे थे। यहोवा और इस्राएल के बीच वाचा के प्रमाण थे। 
साहुल वजन जिसका उपयोग डोरी से लटकाकर माप रेखा को सीधा रखने में किया जाता है। 
सारै एक अरामी नाम जिसका अर्थ “राजकुमारी” होता है। 
सारा एक हिब्रू नाम जिसका अर्थ “राजकुमारी” होता है। 
सित्रा इस नाम का अर्थ “घृणा” या “किसी के शत्रु” के समान है। 
सिद्दीम की घाटी मृत सागर से पूर्व या दक्षिण पर्व से लगी घाटी या मैदान। 
सींग एक खाली सींग जो किसी जानवर का होता था यह प्रायः एक बोतल की तरह काम में आता था। 
सीओन या सिरनोन। 
सुलैमान यह नाम हिब्रू में “शान्ति” अर्थ रखने वाले शब्द की तरह है। 
सुरक्षित उस कमरे हिब्रू शब्द जिसका यहाँ प्रयोग हुआ है, अनिश्चित अर्थवाला है। 
सुक्कोत यरदन नदी के पूर्व में एक कस्बा। इस नाम का अर्थ तम्बू या अस्थायी निवास है। 
सुगन्धि पेड़ का विशेष सूखा रस। इसे मधुर-गन्ध धुएं के लिये जलाया जाता था तथा इसे परमेश्वर को भेंट के रूप में दिया जाता था। 
सुगन्धित अभिषेक का तेल यह तेल, चीजों और लोगों पर यह दिखाने के लिए डाला जाता था कि वे विशेष उद्देश्य के प्रति समर्पित थे। सेईर एदोम का दूसरा नाम है। 
सो लासौ … जेईर शाम यह कदाचित कोई हिब्रू गीत है। इस गीत के द्वारा बच्चों को लिखना सिखाया जाता था। गीत का अनुवाद इन शब्दों में किया जा सकता है: “एक आज्ञा यहाँ एक आज्ञा वहाँ, एक नियम यहाँ एक नियम वहाँ एक पाठ यहाँ एक पाठ वहाँ।” 
स्राव कोई द्रव्य जो व्यक्ति के शरीर से बाहर आता है। हिब्रू शब्द का अर्थ घाव से निकलने वाला पीप हो सकता है, किन्तु यह पुरुष का वीर्य और स्त्री का मासिकधर्म भी हो सकता है। 
ह 
हवीला अरब प्रायः द्वीप के पश्चिमी किनारे के प्रदेश या संभवतः कूश के दक्षिण में अफ्रीका का भाग। 
हव्वा यह नाम उस हिब्रू शब्द की तरह है जिसका अर्थ जीवन है। 
हम्मोलेकेत या “शासक स्त्री” या “रानी।” 
हनोक यहोवा के साथ चला। 
हमोर के लोगों इस पदबन्ध का संकेत शकेम में जन्में नागरिकों की ओर है। हमोर उस व्यक्ति का पिता था जिसका नाम “उत्पत्ति 34” की एक कथा में शकेम है। शकेम नगर का नाम हमोर के पुत्र के नाम पर रखा हुआ, कहा गया है। 
हिन्नोम की घाटी बेन हिन्नोम की घाटी बाद में “गहन्ना” कहलाती थी। यह घाटी यरूशलेम के पश्चिम व दक्षिण में थी। इस घाटी में बहुत से शिशु और लड़के असत्य देवताओं को बलि चढ़ाये जाते थे। 
होर्मा इस नाम का अर्थ है, “पूर्णतः नष्ट करना।” 
होबाब मूसा का ससुर संभवतः ‘दामाद।’ 
होमबलि पशुओं को अग्नि में डालकर पूरी तरह जला दिया जाता था। पशु अग्नि में जलकर राख हो जाते थे। 
होशे या “यहोशू।” 
होर्मा इस नाम का अर्थ “खण्डहर” या “परमेश्वर को दी जाने वाली सम्पूर्ण भेंट” होता है। 
क्ष 
क्षयर्ष फारस का राजा, लगभग ई.पू. 485-465 
क्षमादान रूपी मेढ़ा एक ऐसा मेढ़ा जिसे वेदी पर इसलिए जलाया जाता था कि उससे व्यक्ति को उसकी की हुई बुराई के लिये क्षमा कर दिया गया। उसके पाप के लिये यह भेंट “ढका गया” क्षमादान के समान थी। 
